तेरी महफिल में आना भी जरूरी है
रस्म ए उल्फत निभाना भी जरूरी है
रूठ जाना यकीन एक अदा है
मगर फिर मान जाना भी जरूरी है
तिरंगे की फोटो लगाने से क्या होगा
देश की ख़ातिर मर के दिखाना भी ज़रूरी है
हकीकत है कि बदले प्यार के
उधर से प्यार आना भी जरूरी है
माना दिल ढूँढ लेगा दिल मगर
सनम नजरें मिलाना भी जरूरी है
कशमकश में फॅसी मेरी कहानी
छिपाना भी बताना भी जरूरी है
ख़ामोशी की मुहब्बत से क्या फायदा
दुनिया को इश्क़ दिखाना भी ज़रूरी है
वो जो अपनों से घायल हुए हैं
उन्हें अपना बनाना भी जरूरी है
अभी तो खुश हो मुहब्बत करके आतिफ
लेकिन इश्क़ में चोट खाना भी ज़रूरी है
Must Read-Romantic Poem For Your Valentine, ज़रूर पढ़े दिल को छूने वाली लाइनें, तुम हो न साथ मेरे!!!
बहूत खूब