अपने आप को ढूंढे
अभी के समय में जब भी कोई कुछ करने की सोचे तो सबसे पहले वो अपनी खूबिय भुला कर ऐसे महाविदालय की खोज करता है जिसके सहारे वो उस क्षेत्र…
अभी के समय में जब भी कोई कुछ करने की सोचे तो सबसे पहले वो अपनी खूबिय भुला कर ऐसे महाविदालय की खोज करता है जिसके सहारे वो उस क्षेत्र…
जब से नोटबंदी हुई है तब से रोज अख़बारों में कुछ नया नया सुनाने को मिल रहा है। कभी काले धन के साथ कुछ पकड़ें जाते है तो कभी कोई बैंककर्मी…
हमारा देश एक पुरुष प्रधान देश है, वैसे स्त्रियाँ भी अब समाज के अहम् फैसले लेने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है, पर यह अनुपात संतोष जनक नही है।…