गऱ तुम न , इकरार करोगे
क्या फिर हमसे प्यार करोगे
नजरे भी तुम मिला न पाये
क्या तुम आँखे चार करोगे
कभी तोडा ,जोड़ा दिल को
क्या तुम ये हर बार करोगे
हमने किया ,सौदा दिल का
क्या तुम ये व्यापार करोगे
बैठे हैं हम भी जिद्द करके
कब तक तुम इंकार करोगे
मैं तो तुम्हारे लिए जान दे सकता हूँ
क्या तुम भी इतना ही मुझे प्यार करोगे
आतिफ रहमान