माँ को थी बेटे की सफलता की आस, नही हुई निराश
"पसीने की स्हायी से लिखे पन्ने कभी कोरे नहीं होते... जो करते है मेहनत दर मेहनत, उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते।" मेहनत और लगन हो तो कुछ भी असंभव…
"पसीने की स्हायी से लिखे पन्ने कभी कोरे नहीं होते... जो करते है मेहनत दर मेहनत, उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते।" मेहनत और लगन हो तो कुछ भी असंभव…
मैं, संतोष कुमार, ग्राम-डुमरी, पोस्ट-बिहटा, पटना का रहने वाला हूँ। मैं एक शिक्षक हूँ, जो समाज में सुशिक्षा, सद्भाव एवं उन्नति के लिए तत्परता से काम करता हूँ। आज, यूँ…
छात्र जीवन मे सपनों का अपना एक अलग व महत्वपूर्ण स्थान है। सपने छात्रों को जीवंत बनाये रखते है और यही जीवंतता उन्हें अपने लक्ष्य के लिए प्रेरित करती है।…