Happy Teachers Day | जवानी बनाम बुढापा

ये जंग थी जवानी और बुढ़ापे की, ये जंग थी अहंकार की, ताकत की, गुमान की.....शिष्टाचार और अशिष्टाचार की। एक गुरू ने अपने शिष्य को तलवारबाज़ी की सारी विद्या सीखा…

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समाज के लिए या समाज से

बहुत दिनो बाद मुझे ग़ाव जाने का मौका मिला, सुबह-सुबह उठा गाड़ी निकाली और निकल पड़ा. मेरा ग़ाव शहर से 65 km की दुरी पर है. मैंने खुद ही ड्राइव…

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खुद से खुद की जंग

जैसे ही मै होटल में प्रवेश करने जा रहा था तभी एक लगभग १० वर्ष की लड़की (जो अपनी माँ के साथ होटल से बहार आ रही थी) दिखाई दी…

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