न जाना रूठ के हॅसती हुई आॅखों को गम दे कर
तुम्हारा प्यार पाने को फिर आये हैं जन्म ले कर तुम्हीं ने तो बुलाया है हमें फिर से कसम दे कर बुलायेगा हमें जब जब तू हम आयेगे तब यूँ…
तुम्हारा प्यार पाने को फिर आये हैं जन्म ले कर तुम्हीं ने तो बुलाया है हमें फिर से कसम दे कर बुलायेगा हमें जब जब तू हम आयेगे तब यूँ…
ग़ज़ल:--- मुझपे करम मौला ऐसा तू कर दे। हरिक दर झुके जो मुझे ऐसा सर दे।। मिलाता रहूं बस दिलों से दिलों को। मेरे दिल में ऐसा ही जज़्बा तू…
कभी ऐसा नहीं देखा कभी वैसा नहीं देखा, अभी तक मेरी नज़रों ने तेरे जैसा नहीं देखा, यहाँ दिल्ली में मुम्बई में वहाँ लन्दन में पैरिस में, हसीं हम ने…