जब मुहब्बत करो तो बेहद हो

इश्क़ में फ़ासला नहीं रखते, खुद से तुम को जुदा नहीं रखते. एक सूरज रखा है पास अपने, साथ अपने दिया नहीं रखते. हैं खुलेआम बेवफ़ाई पर, पर्दा भी बेहया…

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मत रोको मुझे

बिहार की शिक्षा प्रणाली की दुर्दशा पर "कवि अभिषेक गोस्वामी" एक संवेदनशील कविता मत रोक मुझे मत रोक मुझे अपनी हस्ती खोने को अपने जन्मभूमि से दूर होने को पल…

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