एक दिल छू लेने वाली कहानी: कचरे की चैरिटी
उसने सुधा से कहा,'क्या सुधा तुम भी काम की चीजें कचरे में फेंक देती हो'। छूट्टी के दिन सुधा ने घर की सफाई की थी। राहुल ने देखा कचरे के…
उसने सुधा से कहा,'क्या सुधा तुम भी काम की चीजें कचरे में फेंक देती हो'। छूट्टी के दिन सुधा ने घर की सफाई की थी। राहुल ने देखा कचरे के…
गिरता रहा, उठ उठ चलता रहा। बेबसी की आग में पर जलता रहा। कह दिया दिल से रुक जा बस अब बहुत हुआ। कहने को क्या सुना नही कोई, चिल्लाता…
ये जंग थी जवानी और बुढ़ापे की, ये जंग थी अहंकार की, ताकत की, गुमान की.....शिष्टाचार और अशिष्टाचार की। एक गुरू ने अपने शिष्य को तलवारबाज़ी की सारी विद्या सीखा…