जब मुहब्बत करो तो बेहद हो
इश्क़ में फ़ासला नहीं रखते, खुद से तुम को जुदा नहीं रखते. एक सूरज रखा है पास अपने, साथ अपने दिया नहीं रखते. हैं खुलेआम बेवफ़ाई पर, पर्दा भी बेहया…
इश्क़ में फ़ासला नहीं रखते, खुद से तुम को जुदा नहीं रखते. एक सूरज रखा है पास अपने, साथ अपने दिया नहीं रखते. हैं खुलेआम बेवफ़ाई पर, पर्दा भी बेहया…
गिरता रहा, उठ उठ चलता रहा। बेबसी की आग में पर जलता रहा। कह दिया दिल से रुक जा बस अब बहुत हुआ। कहने को क्या सुना नही कोई, चिल्लाता…