प्यार सच्चा हो तो क्यूँ मिलता नहीं है

"यक़ीनन वो पढ़ा-लिक्खा नहीं है जो चेहरा आपका पढ़ता नहीं है हज़ारों ख़ूबसूरत हैं जहाँ में कोई भी आपके जैसा नहीं है न जाने कितने ग़म सहता है इंसाँ कोई…

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अब क्यों वापस बुला रहे हो तुम??

रात में मुस्कुरा रहे हो तुम चाँद को क्यूँ चिढ़ा रहे हो तुम?? फूटकर रो पड़ा जो बादल भी कौनसा गीत गा रहे हो तुम?? मुझको अपना बता के दुनिया…

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ग़म को दिल में बसा लिया हमने

☆☆☆☆गजल☆☆☆ ग़म को दिल में बसा लिया हमने। ग़म को अपना बना लिया हमने।। जब दियों को बुझाने वो निकले। खुद को सूरज बना लिया हमने।। बेच कर कह रहा…

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