गजल हिन्दी मे | फिर से तुझे पाने की दुआ कर रहा हूँ
ग़ज़ल लिख रहा हूँ दुआ कर रहा हूँ !! बहुत दर्द में हूँ ......दवा कर रहा हूँ !! मेरे ज़ख्म फिर सूखने लग गए थे, तुझे याद कर के नया…
ग़ज़ल लिख रहा हूँ दुआ कर रहा हूँ !! बहुत दर्द में हूँ ......दवा कर रहा हूँ !! मेरे ज़ख्म फिर सूखने लग गए थे, तुझे याद कर के नया…
In our life, most of the people are in sad moments due to his loving life. They don't spend much more time with their partner. Many times you may have…
इश्क़ में फ़ासला नहीं रखते, खुद से तुम को जुदा नहीं रखते. एक सूरज रखा है पास अपने, साथ अपने दिया नहीं रखते. हैं खुलेआम बेवफ़ाई पर, पर्दा भी बेहया…