उस नशीली रात में
उनकी आँखों में नूर देखा था हल्का हल्का सुरूर देखा था उस नशीली रात में मैने एक हसीं कोहेनूर देखा था भर लूं आगोश में उन्हें ऐसा ख़ाब मैने ज़रूर…
उनकी आँखों में नूर देखा था हल्का हल्का सुरूर देखा था उस नशीली रात में मैने एक हसीं कोहेनूर देखा था भर लूं आगोश में उन्हें ऐसा ख़ाब मैने ज़रूर…
गिरता रहा, उठ उठ चलता रहा। बेबसी की आग में पर जलता रहा। कह दिया दिल से रुक जा बस अब बहुत हुआ। कहने को क्या सुना नही कोई, चिल्लाता…