जातिगत आरक्षण: एक सामाजिक बुराई
आज कल हमारे समाज में आरक्षण एक लाइलाज बीमारी बनी हुई है, जिसका कोई इलाज नही है। हम आज तक आरक्षण के बारिकियों को अच्छी तरह नही समझ पायें हैं।…
आज कल हमारे समाज में आरक्षण एक लाइलाज बीमारी बनी हुई है, जिसका कोई इलाज नही है। हम आज तक आरक्षण के बारिकियों को अच्छी तरह नही समझ पायें हैं।…
हर दिन की तरह आज का दिन भी काफी खुशनुमा था। ठंडक भरी सुबह में शायद आज ज्यादा ताजगी थी। आज शनिवार था अतः हमेशा की तरह नित्यकार्यो ने निवृत…
जल्दी-जल्दी मै स्टेशन पंहुचा और शुकून की साँस लेने के बाद घड़ी की तरफ नजर दौड़ायी, जो मेरी जीत और ट्रेन की हार की तरफ इशारा कर रही थी .…