अगर आप बार बार इंटरव्यू देने के लिए जा रहे हैं। पहले दूसरे राउंड में पास हो जाते हैं लेकिन आखीरी राउंड में किसी न किसी कारण से बाहर हो जाते हैं। ऐसा कुछ होना सेल्फ़डाउट का कारण बन सकता है। आपके मन में कई तरह के ख्याल आया सकते हैं। आप सोचेंगे क्या आप इस नोकरी के काबिल नहीं थे या गलत जगह या फिर गलत ऑफर के लिए अप्लाई कर दिया।
ऐसे में कुछ उपाय हैं जो आपके काम आ सकते हैं।
सबसे पहले एक नोटबुक उठाएं और इंटरवयू का पूरा अनुभव उसमें लिख डालें। उसमे हर वो बात और अनुभव लिखें जो आपको याद हो। इंटरव्यू के प्रोसेस से लेकर जिन जिन लोगों से आप मिलें हैं उन सबके बारे में इस नोटबुक में लिखें। हर असफलता में कुछ न कुछ सीख होती है। आपके नाकामयाब इंटरव्यू में भी ऐसी कोई सीख जरूर होगी, जो लिखने से सामने आ जायेगी। हो सकता है आपको पता चले की जिस जॉब के लिए आप गये थे आप उसके लिए आइडियल पर्सन नहीं थे। हो सकता है इंटरव्यू के दौरान आपको पता चले की माहौल में कुछ अजीब था। इन सब चीजों का आकलन आपको यह सब तो सीखा ही सकता है कि अगली बार जब इंटरवयू देने जाएँ तो किस तरह की तैयारी करें।
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जॉब मिलना न मिलना अलग बात है पर रिलेशन दूसरी बात है। चीजें तेजी से बदलती हैं पर सम्बन्ध चलते जाते हैं। इसलिए नोकरी मिले या न मिले आप हायरिंग मैनेजर को एक थैंक्यू नोट जरूर भेज सकते हैं। जिसमे आप इस पूरे अनुभव के लिए उन्हें धन्यवाद दे सकते हैं। हो सकता है उसी कंपनी में फिर से कोई नये जॉब पोस्ट क्रिएट हो जाएं। ऐसी स्थिति में यह रिलेशन आगे चलकर उपयोगी साबित हो सकता है।
याद रखने की बात यह है कि हर इंटरव्यू में लोगों की मुलाकात आपको मजबूत बनाती है। यह आपको सही मोके के लिए तैयार करने की एक प्रक्रिया भी है। सबसे जरूरी बात यह है कि जॉब सर्च के लिए अपनी एक्टिविटी को बढ़ाना चाहिए, इतना को कोई भी अवसर आपके हाथ से छूट न जाए।