आज कल की तनाव भरी जिंदगी में अक्सर शरीर में दर्द की समस्या हो जाती है। जोड़ों, मासपेशियों के अलावा सर दर्द होना भी आम बात है। इन सबसे छुटकारा दिलाने वाले बहुत से पेनकिलर आपको बाजार में मिल जायेंगे। पर क्या आप जानते हैं कि आप ऐसा ही पेनकिलर ऑयल यानी दर्द निवारक तेल घर पे भी बना सकते हैं। इसे बनाने से न सिर्फ दर्द से राहत मिलेगी बल्कि बाजार में मिलने वाली दर्दनिवारक दवाइयों से होने वाले साइड इफेक्ट्स से भी छुटकारा मिलेगा।
क्या चाहिए आपको इसे बनाने के लिए:
आपको अपने इस खास घरेलु पेनकिलर तेल को बनाने के लिए कोई ज्यादा भागदौड़ करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इसे बनाना बहुत आसान है। इसके लिए आपको चाहिए-
20 चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल,
10 चम्मच सेंधा नमक (रॉक साल्ट),
3 से 4 बूंदे मेहँदी का तेल (रोज़मेरी ऑइल)।
कैसे बनाएं:
एक छोटा खाली बर्तन लें। उसमें ऊपर लिखी तीनों चीजों को डालें। चम्मच से मिश्रण को अच्छी तरह मिला दें। इस मिश्रण को एक कांच की बोतल में भरके रख दें। और 48 घंटों तक इसको ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद आपका घरेलु दर्दनिवारक तेल पूरी तरह तैयार हो जायेगा।
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कैसे उपयोग करें:
दर्द वाली जगह पर थोड़ा मिश्रण लगाएं। जैसे अगर सर दर्द हो रहा है तो दो से तीन मिनट तक इसे त्वचा पर लगा कर हलके हाथों से मसाज करें। इसके बाद इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। 20 मिनट बाद तोलिये को गीला करके मिश्रण को पोंछ लें। दर्द में राहत मिलेगी। अगर लगातार दर्द रहता है तो 10 दिन तक उपरोक्त विधि से रोज सुबह उठकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। आपको अवश्य ही आराम मिलेगा। इसके अलावा रात में भी इस मिश्रण को लगाया जा सकता है। दर्द वाले स्थान पर इस तेल को लगाएं और ऊपर से गर्म पट्टी बांध लें। अगर सम्भव है तो इसे पूरी रात ऐसे ही रहने दें। सुबह उठकर ठन्डे पानी से दर्द वाले स्थान को धो लें।
कैसे काम करता है:
- मेहँदी के तेल में 29 तरह के रासायनिक तत्व होते हैं। इसलिए यह घरेलू औषधि हर तरह के दर्द में लाभदायक है। यह तेल दर्द वाले स्थान की मांशपेशियों को गर्माहट देता है। इससे दर्द का अहसास कम होता है। यह मिश्रण मासपेशियों के दर्द को कम करने, आर्थराइटिस यानी जोड़ों के दर्द को कम करने और सिरदर्द से राहत देने के साथ ही तनाव कम करके मूड ठीक करने में भी लाभदायक है।
- जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल मेहँदी के तेल से होने वाली जलन को कम करता है। ऑलिव ऑयल में प्राकृतिक रूप से एंटी इन्फ्लेमेट्री तत्व होते हैं, जो जोड़ों और मासपेशियों के दर्द को कम करते हैं।
- इसके अलावा नमक में इलेक्ट्रोलाइट होता है जो नर्व सिग्नलिंग को कम करता है। यह मासपेशियों के दर्द को कम करता है।
दर्द के अलावा इस तेल को खुजली वाले स्थान पर भी लगाया जा सकता है। सर्दियों में पैरों की उंगलियों आदि में होने वाली खुजली और दर्द की समस्या में भी यह मददगार है।
पर ध्यान रखें कि मेहँदी का तेल त्वचा में जलन पैदा करता है। इसलिए इसे उपरोक्त माप से ज्यादा न लें।
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